जेसिका लाल हत्याकांड में हाईकोर्ट से सजा पाए कांग्रेसी नेता के सुपुत्र मनु शर्मा की सजा को सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा है। हाईकोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई थी। सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले से एक बात तो साफ है कि लोगों का न्याय पर विश्वास फिर से जागेगा। इस फैसले से यह बात भी साफ हो गई कि आदमी कितना भी रसूखदार हो कानून के सामने बौना ही है।
दिल्ली के एक पब में मनु ने जेसिका को सिर्फ इसलिए गोली मार दी थी क्योंकि उसने देर रात मदिरा परोसने से मना कर दिया था। रईस के घर के लड़के अपने को किसी रियासत के युवराज से कम नहीं समझते हैं। बाप की कमाई दौलत का उन पर ऐसा नशा होता है कि वे फर्राटा भरती विदेशी कारों में उन लोगों को कुचल देते हैं जिनका कोई घर तो नहीं हैं लेकिन घर में रोने वाले बहुत है। उनका ऐसा सोचना होता है कि वे धन और बाहुबल के बल पर कुछ भी हासिल कर सकते हैं। दुनिया उनकी जेब में रहती है। मीडिया ने इस मुद्दे को जिस तरह से उछाला ये उसी का नतीजा है कि यह रईसजादा अब जिंदगी भर जेल की चक्की पिसेगा। अभी और ऐसे कई रईसजादे घूम रहे हैं जो अपने बाप की काली कमाई पर कॉलर ऊंची उठाकर अय्याशियां करते फिर रहे है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले जहां लोगों में न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास जागेगा वहीं ऐसे रईसजादों के मन डर भी पैदा होगा। अभी भी ऐसे कई रईसजादे छुट्टे सांड की तरह घूम रहे हैं उन्हें नहीं पता है कि जेल की काल कोठरी उनका इंतजार कर रही है.....।
इस फैसले के बाद जेसिका की बहन सबरीना ने बीबीसी से कहा कि मैं खुश हूं कि सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्णय दिया, मीडिया ने समर्थन दिया और जनता ने समर्थन दिया। जहां पावरफुल लोग होते हैं वहां न्याय की लड़ाई लंबी हो जाती है। लेकिन इन्हें सजा दिलाना नामुमकिन नहीं है।